स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की साफ-सफाई का काम शुरू, प्रतिमा के दोनों पैरों में बन रहे 2.1 मीटर ऊंचे दरवाजे
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के आम लोगों के लिए खुलने के एक साल पूरे हो चुके है। इसलिए अब प्रतिमा की साफ-सफाई का कार्य शुरू हो गया है। प्रतिमा की ऊंचाई अधिक होने के कारण इसके बाहरी हिस्से की साफ-सफाई करना चूनौतीपूर्ण है, इसलिए क्रेन समेत कई आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया जा रहा है। इस क्रम में 11 स्थानों पर प्रतिमा की प्लेटों को खोला जाएगा।
गौरतलब है कि देश के लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में 182 मीटर ऊंचा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बनाया गया है। सुरक्षा के लिए प्रतिमा के पैर के हिस्से में गेट बनाने का काम भी शुरू हुआ है। प्रतिमा के दोनों पैरों की प्लेट को काटकर 2.1 मीटर ऊंचे और 1.8 मीटर चौड़ाई वाले दो दरवाजे बनाने का काम भी शुरू हुआ है। इनमें से एक दरवाजे में लिफ्ट और दूसरे में सीढ़ियों की सुविधा दी गई है। आने वाले दिनों में इन दरवाजों का प्रयोग दर्शन के लिए किया जा सकेगा।
मूल डिजाइन में कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा
नर्मदा बांध के मुख्य इंजीनियर पीसी व्यास ने बताया कि मूल डिजाइन में किसी भी तरह का नया बदलाव नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डिजाइन के हिसाब से ही प्लेट खोल कर पानी समेत जरूरी चीजों से साफ-सफाई की जा रही है। प्रतिमा में बनाई गई गैलरी जहां से आप बाहर के नजारे देख सके, इसके लिए दो लिफ्ट हैं।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा गया है। आपातकाल के लिए अलग से दरवाजे दिए गए हैं। आग जैसी घटना से निपटने के लिए ऑटोमैटिक स्प्रिंकलर सिस्टम भी लगा हुआ है।