पार्षदों ने एजेंडे पर आपत्ति जताई, सदन बैठक का बहिष्कार

 


पार्षदों ने एजेंडे पर आपत्ति जताई, सदन बैठक का बहिष्कार


नगर निगम सदन की मंगलवार को आयोजित हुई बैठक में मेयर टीम एवं पार्षद आमने-सामने आ गए। पार्षदों ने बैठक के एजेंडे पर आपत्ति जताई। इतना ही नहीं उन्होंने मेयर पर अधिकारियों के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे इसी कारण उनकी अनदेखी कर रही हैं। इस कारण उन्हें न तो बजट मिल रहा है और न ही उनके इलाके में विकास कार्य हो रहे हैं। इन मुद्दों पर पार्षदों ने सदन की बैठक का बहिष्कार किया। नाराज पार्षदों ने मेयर को हटाने के लिए मंडलायुक्त का दरवाजा खटखटा दिया। बैठक के एजेंडे से नाखुश पार्षदों ने सोमवार का एक बैठ कर मेयर को घेरने की रणनीति तैयार की थी।


 

सदन की बैठक में मेयर मधु आजाद एवं सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला कबलाना के अलावा करीब दो दर्जन पार्षद शामिल हुए। बैठक आरंभ होते ही पार्षद आरएस राठी, कुलदीप वोहरा, कुलदीप यादव, ब्रह्म यादव आदि ने एजेंडे पर सवाल उठाया। उन्होंने मेयर से कहा कि एजेंडे में शामिल अधिकतर प्रस्ताव पिछली बैठकों में पास किए जा चुके हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे प्रस्ताव हैं जिनका इलाके की जनता से कोई सरोकार नहीं है। इस कारण एजेंडे पर कोई चर्चा नहीं की जाए।
इस बीच पार्षदों नेे कहा कि उनकी अनदेखी हो रही है। उनके इलाके में कोई कार्य नहीं हो रहे। इलाके के निवासी विभिन्न समस्याओं से परेशान हैं। इस कारण बैठक में उनके मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, मगर मेयर ने उनका प्रस्ताव नकार दिया और वह एजेंडे के तहत ही बैठक चलाने पर अड़ गईं। बैठक में मौजूद समस्त पार्षदों ने उनके निर्णय का कड़ा विरोध किया और वह बैठक का बहिष्कार करके बाहर आ गए। उधर सदन में एक भी पार्षद नहीं रहने की स्थिति में मेयर ने बैठक स्थगित कर दी।
नगर निगम के 35 पार्षद हैं और उनमें से एक मेयर, एक सीनियर डिप्टी मेयर एवं एक डिप्टी मेयर हैं। बैठक में मेयर एवं सीनियर डिप्टी मेयर के अलावा 24 पार्षदों ने शिरकत की। डिप्टी मेयर समेत नौ पार्षद बैठक में नहीं आए थे।
मेयर को हटाने के लिए मंडलायुक्त से मिले 19 पार्षद
गुरुग्राम। नगर निगम सदन की बैठक का बहिष्कार करने वाले पार्षदों ने मेयर के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए मंडलायुक्त अशोक सांगवान का दरवाजा खटखटाया। वह नगर निगम मुख्यालय से सीधे सिविल लाइन स्थित मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने मंडलायुक्त को मेयर को हटाने के लिए एक पत्र दिया। उन्होंने कहा कि मेयर को आधे से अधिक पार्षद हटाना चाहते हैं। इस कारण नगर निगम के एक्ट के अनुसार सदन की विशेष बैठक बुलाई जाए।
पार्षद आरएस राठी के अनुसार, मंडलायुक्त को सौंपे गए पत्र में 19 पार्षदों ने हस्ताक्षर किए और वे सभी उनसे मिले। इस दौरान उन्होंने मंडलायुक्त को बताया कि एक्ट के अनुसार मेयर को हटाने के संबंध में सदन की विशेष बैठक बुलाने के लिए एक तिहाई पार्षदों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है, जबकि उनको आधे से अधिक पार्षदों ने हस्ताक्षर करके पत्र दिया है।
सूत्रों के अनुसार, मंडलायुक्त अशोक सांगवान ने मंगलवार को नगर निगम के सदन के अंदर एवं बाहर पार्षदों की कार्रवाई को गंभीरता से लिया है। उन्होंने नगर निगम के आयुक्त अमित खत्री को सदन की विशेष बैठक बुलाने का आदेश दिया है। इस बैठक में मेयर का भविष्य तय करने के लिए गुप्त मतदान कराने का सुझाव दिया है।
मेयर को स्वयं त्याग पत्र दे देना चाहिए : राठी
गुरुग्राम। नगर निगम के पार्षदों का कहना है कि मेयर मधु आजाद ने सदन का विश्वास खो दिया है। इस कारण मधु आजाद को मेयर पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने मेयर पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए। सदन से लेकर मंडलायुक्त से मुलाकात तक पार्षदों की अगुवाई कर रहे पार्षद आरएस राठी ने कहा कि आधे से अधिक पार्षदों ने मेयर को नकार दिया है। इस कारण उनको मेयर पद खुद छोड़ देना चाहिए। ऐसा नहीं करने की स्थिति में उन्हें सदन के अविश्वास का सामना करना पड़ेगा।